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मातम में बदला जश्न : क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के साथ अन्य क्रिकेटरों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

बेंगलुरु में हाल ही में हुए दर्दनाक भगदड़ हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए। इसकी पुष्टि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने की। वहीं, बंगलूरू की अप्रिय घटना से क्रिकेट जगत भी स्तब्ध है। सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और इरफान पठान ने दुख जताया।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल 2025 की खिताबी जीत का जश्न उस वक्त मातम में बदल गया जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर पहुंचे प्रशंसकों के बीच भगदड़ मच गई।

तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा:

“बेंगलुरु में हुई दुखद भगदड़ की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायल लोग जल्द स्वस्थ हों, यही प्रार्थना है।”

इरफान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:

“क्रिकेट और हमारे जीवन का दिल फैंस हैं। आज बेंगलुरु में हुई भगदड़ में जानों का दुखद नुकसान बेहद दिल दहला देने वाला है। इस अकल्पनीय त्रासदी से प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं।”

अनिल कुंबले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा:

“क्रिकेट के लिए यह एक दुखद दिन है! मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने आज RCB की जीत का जश्न मनाते हुए अपने प्रियजनों को खो दिया। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। यह वास्तव में दुखद है!!”

युवराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा:

“जो एक जश्न का पल होना चाहिए था, वह एक अकल्पनीय त्रासदी में बदल गया। मेरा दिल बेंगलुरु की इस घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ है। परिवारों को शक्ति मिले और दिवंगत आत्माओं को शांति मिले।”

शिखर धवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा:

“बेंगलुरु में विजय जुलूस के दौरान भगदड़ की खबर सुनकर दिल टूट गया। प्रभावित परिवारों के लिए प्रार्थनाएं। सभी सुरक्षित रहें।”

यह भगदड़ कथित तौर पर एक सामाजिक सहायता कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और पर्याप्त इंतजाम न होने के चलते अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय प्रशासन और आयोजकों की लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

बेंगलुरु हादसे ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम कितने जरूरी हैं। तेंदुलकर और अन्य बड़े दिग्गजों की संवेदनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि देश इस दुख में एकजुट है।

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